जो पल-पल चलती रहे- जिनà¥à¤¦à¤—ी
जो हर-पल जलती रहे- रोशनी
जो पल-पल खिलती रहे- मोहबà¥à¤¬à¤¤
जो किसी पल साथ न छोडे- दोसà¥à¤¤à¥€à¥¤
By Sukhvinder Singh
Read Full Shayariकà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न हो इंसानियत हैरान मेरे देश में
घूमते हैं शान से शैतान मेरे देश में
रोशनी की खो रही पहचान मेरे देश में
और अंधेरों की बड़ी है शान मेरे देश में