वेदना के वृकà¥à¤· को अशà¥à¤°à¥à¤“ं से सींच कर
सà¥à¤– और सà¥à¤µà¤¯à¤‚ के मधà¥à¤¯ लकà¥à¤·à¥à¤®à¤£ रेखा खिंच कर
मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ कौन सी निà¤à¤¾ रहे हो मेरे लिठअसंखà¥à¤¯ वृकà¥à¤·
काà¤à¤Ÿà¥‹à¤‚ के लगा रहे हो उग रहे है घने जंगल
दà¥à¤ƒà¤– के चंहू ओर मेरे लà¥à¤ªà¥à¤¤ हो रही पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¥à¤¤à¤¾ ये
हृदय से कà¥à¤·à¤£ कà¥à¤·à¤£ मेरे वृकà¥à¤· वेदना का उगा है
फल फूल à¤à¥€ आयेंगे जखà¥à¤®à¥‹à¤‚ के पà¥à¤·à¥à¤ª खिलेंगे
ग़मों की बौर आयेगी कà¥à¤¯à¤¾? इस जंगल से सà¥à¤°à¤à¤¿ लेकर
हवा मेरी ओर आà¤à¤—ी कà¥à¤¯à¤¾ ?