उसे चाहता हूठमैं इस कदर तो कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†
अलग है अब दोनों की डगर तो कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†
à¤à¥à¤²à¤¾ देना तो हसीनाओं की फितरत हà¥à¤† करती है
किया है साथ मे दोनो ने सफर तो कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†
जोड़ रहा हूठदिल के टà¥à¤•ड़ों को आज तक
समेटने मे गया जो बिखर तो कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†
बहà¥à¤¤ करता हूठपà¥à¤¯à¤¾à¤° उसे मैं à¤à¥€ दिल से
नही है मà¥à¤à¤®à¥‡ जताने का हà¥à¤¨à¤° तो कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†
बनी है उसी के पà¥à¤¯à¤¾à¤° की मज़ार इस दिल में
नही मैं गया उसकी याद में जो मर, तो कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†
वो बहà¥à¤¤ खà¥à¤¶ है अपने नये पà¥à¤¯à¤¾à¤° के साथ
योगेश तू रह à¤à¥€ गया अकेला अगर, तो कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†