कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ खà¥à¤¦ से इस कदर घबरा रहें हैं लोग
सच का सामना करने से कतरा रहें हैं लोग,
कोई चीख- पà¥à¤•ार सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ नहीं देती इनको
ज़िनà¥à¤¦à¤—ी में à¤à¤¸à¥‡ à¤à¤¾à¤—े जा रहें हैं लोग,
सरेआम आबरू लूट जाती है यहाठà¤à¤• औरत की
दूसरों के आंसà¥à¤“ं पर खà¥à¤‚शियाठमना रहें हैं लोग,
आशिकों को चढ़ा देते है सूली पर
और गीत पà¥à¤°à¥‡à¤® का गा रहें हैं लोग,
सदियों से लगा रखा है पहरा पà¥à¤¯à¤¾à¤° पर
लेकर सहारा à¤à¥‚ठका, सच को मिटा रहें हैं लोग,
“राज” सच है ये, ये दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤ सचमà¥à¤š पतà¥à¤¥à¤° दिल है
चंद पल की खà¥à¤‚शी के लिà¤,अपनों का खून बहा रहें हैं लोग !!
By Rajeev Sharma “Raj”
i want to se jast …………………………….wow