कसम ना देना कà¤à¥€ à¤à¥‚ल जाने की,
कसम दे दो चाहो तो मर जाने की,
बेफिकà¥à¤°à¥‡ से कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हो गठहो तà¥à¤® अब,
हालत तो देख लो अपने दीवाने की,
तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ ही उलà¤à¤¨à¥‡ कम ना थी,
अब कैसे सहूंगा उलà¤à¤¨à¥‡ जमाने की,
कैसे à¤à¥à¤²à¥‚ में जानी पहचानी राहें,
गà¥à¤œà¤°à¥‡ थे जहाठहम थाम के बाहें,
जलती हूई शमां समà¤à¥€ है कब,
दरà¥à¤¦ पà¥à¤¯à¤¾à¤° में जलते हूठपरबाने की,
आखों की पà¥à¤¯à¤¾à¤¸ बà¥à¤à¤¾ कर à¤à¥€ यह,
आखें कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ है मयखाने की,
तेरे बिन जीना है कà¥à¤› à¤à¤¸à¤¾ जीना,
पल पल पडता है जहर जà¥à¤¦à¤¾à¤ˆ का पीना,
महसूस करके तो देखो à¤à¤• बार तà¥à¤®,
हर तरफ खà¥à¤¶à¤¬à¥‚ है तेरे मेरे अफ़साने की,
आज तक समठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚ आया नही किसी के,
कà¥à¤¯à¤¾ बजह है दिल किसी पर आने की,
हालत तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ à¤à¥€ हमसे छिपी नहीं है,
पà¥à¤¯à¤¾à¤° की दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में दरà¥à¤¦ की कमी नहीं है,
कसम दे दो अब तो मà¥à¤à¥‡ मर जाने की,
साà¤à¤¸à¥‡ जाने कब से साथ छोड़ देती मेरा मगर,
आज à¤à¥€ यह राह तकती है तेरे आने की
By Vivek Netan
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