कल मेरी आंखों ने कà¥à¤¯à¤¾ गज़ब का नज़ारा देखा
कà¤à¥€ जो शकà¥à¤¸ था मà¥à¤à¥‡ जान से à¤à¥€ पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾, देखा
खो गया उनका वो चांद सा चेहरा देख कर
खà¥à¤¦ ही दिल का कतà¥à¤² होते हà¥à¤¯à¥‡ हमारा देखा
और à¤à¥€ बहà¥à¤¤ हैं इस जहाठमें लेकिन
जाने कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ मैने मोहबà¥à¤¬à¤¤ का ही सहारा देखा
जब लà¥à¤Ÿà¤¾ चà¥à¤•ा था जान-ओ-दिल उस पर मैं
फिर मिलता नहीं है जो, वो सितारा देखा
बà¥à¤¾ जो इशà¥à¥˜ के समंदर में ले कर वफा की कशà¥à¤¤à¥€
फिर न मà¥à¥œ कर मैंने कà¤à¥€ किनारा देखा
मà¥à¤à¥‡ लगने लगा à¤à¥‚ल रहा है तू उसे धीरे धीरे योगेश
उतर गया था जो दिल से, उसी को दिल में दोबारा देखा
–योगेश गाà¤à¤§à¥€
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