जी रहे थे यूठà¤à¥€ हम खà¥à¤¶ हाल जिंदगी
मेरी जिंदगी में उनका आने का सबब कà¥à¤¯à¤¾ था?
लिखा न था साथ जब खà¥à¤¦à¤¾ ने मेरा और उनका
फ़िर मà¥à¤à¥‡ उनसे मिलाने का मकसद कà¥à¤¯à¤¾ था?
चाहा था उनको सारी सीमायें à¤à¥‚ल कर
à¤à¥‚ल गठथे के चाहत में सरहद कà¥à¤¯à¤¾ था?
देखते ही उनको अपना दिल दे बैठे थे हम
à¤à¥‚ल गठजात पात और मज़हब कà¥à¤¯à¤¾ था?